पुणे – पुणे में गुप्त धन प्राप्त करने की आड़ में दो लोगों को सांपों की तस्करी करने के मामले में पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया. पुलिस को खबर मिली थी कि पुणे में दो लोग सांपों की तस्करी करते हैं, पुलिस ने खुद ग्राहक बनकर दोनों आरोपियों को धर दबोचा. दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने सेंड बोआ (दो मुंहा सांप) नामक सांप बरामद किया है. अंधश्रद्दा के चलते लोगों में यह भ्रम है कि अमावस्या के दौरान सेंड बोआ सांप को घर में रखने से गुप्तधन या पैसों की बारिश होती है. जिसके चलते बाजार में सेंड बोआ सांप की काफी डिमांड है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस सांप की कीमत प्रति 50 लाख रुपए है.
इस मामले में क्राइम ब्रांच युनिट 1 के पुलिस कर्मचारी श्रीकांत वाघवले व इरफान मोमिन को उनके खबरी द्वारा सांप की तस्करी करनेवाले दो लोगों की जानकारी मिली थी. पुलिस ने जाल बिछाकर और खबर की पुष्टि होने के बाद सांप खरीदने के बहाने से पुणे के कात्रज क्षेत्र में बुलाया और वहां से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. इस मामले में पुलिस ने गणेश सुभाष वाफगांवकर (उम्र 18) और राजू बबन शिलीमकर (उम्र 40) को गिरफ्तार किया है. गणेश वाफगांवकर के पिता की सोने की दुकान है, बीए तक शिक्षण पूरी करने के बाद ज्यादा पैसे कमाने की ऐवज में सांप की तस्करी में शामिल हो गया. राजू शिलीमकर एक किसान है, जो स्वंय गणेश वाफगांवकर के ही खेत में काम करता है.
राजू को सांपों की काफी जानकारी है, सेंड बोआ सांप को लेकर लोगों में अंधश्रद्धा है, यह बात राजू को काफी अच्छे से पता है. इसलिए इन सांपों को पकड़कर तस्करी करने का दोनों का विचार था. लेकिन दोनों का यह आइडिया फेल हो गया. यह दोनों जिन लोगों को सांप बेचने निकले थे, वो ग्राहक की आड़ पुलिसवाले ही हैं, ये उनको पता नहीं था. पुलिस ने ग्राहक बनकर दोनों आरोपियों को अपने जाल में फंसाया और 20 लाख में सांप खरीदने की डील पक्की की. जब दोनों आरोपी सांप बेचने आए तो पुलिस ने सांप की तस्करी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया.
यह कारवाई अप्पर पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त (क्राइम) पंकज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त समीर शेख (क्राइम 1), व सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम 2) संजय निकम के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक नितिन भोसले पाटिल, सहायक पुलिस निरिक्षक धनंजय कापरे, पुलिस उप निरिक्षक हर्षल कदम, पुलिस उप निरिक्षक दिनेश पाटिल, पुलिस नाईक श्रीकांत वाघवले, इरफान मोमीन, इरफान शेख, सचिन जाधव, तुषार खडके, पुलिस हवालदार रिजवान जिनेडी, उमेश काटे, प्रकाश लोखंडे, राजू पवार, अशोक माने, महबूब मोकाशी, सहायक पुलिस फौजदार राजाराम सुर्वे, सुभाष पिंगले, गजानन सोनुने, प्रशांत गायकवाड, मोहन येलपले ने की है.