पुणे – पुलिस जहां चोरों को पकड़ना का काम करती है, वहीं पुणे में तीन पुलिसवाले पुलिस स्टेशन में लाखों रूपए का माल का गबन करते हुए पकड़े गए हैं. यह चोरी एक दिन में नहीं की गई, ब्लकि यह चोरी पिछले आठ सालों से की जा रही थी. रजिस्टर में दर्ज सामानों की सूची में फेरबदल करके तीनों पुलिसवालों द्वारा लाखों रूपए के माल का गबन करने की बात सामने आयी है. पुलिस स्टेशन से 4 लाख से ज्यादा मालों का गबन करने के मामले में तीन पुलिसवाले के खिलाफ धोखाधड़ा का मामला दर्ज किया गया है, जिसमें महिला पुलिस का भी समावेश है. और दो रिटारर्ड पुलिस कर्मचारी हैं. यह मामला पुणे के सहकारनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है.
इस मामले में सहकारनगर पुलिस स्टेशन ने कारवाई करते हुए रिटायर्ड पुलिस कर्मचारी जयवंत अमृत पाटिल, रिटायर्ड पुलिस कर्मचारी मनोहर गंगाराम नेतेकर और महिला पुलिस कर्मचारी अलका इंगले इन तीनों के खिलाफ मामला दर्जकर गिरफ्तार किया गया है. यह तीनों ने मिलकर सहकारनगर पुलिस स्टेशन के माल जब्त विभाग के रजिस्टर में फेरबदल करके लाखों मालों का गबन किया है. यह सभी सामान पुलिस डिटेक्शन के दौरान अपराधियों द्वारा बरामद किए थे. इन सभी सामानों की सूची पुलिस स्टेशन के रजिस्टर में दर्ज किया जाता है. लेकिन तीनों ने मिलकर सामानों की सूची में फेरबदल करके काफी सामानों का गबन करने आरोप लगा है. जिसमें 22 मोबाइल, 22 टूव्हीलर, 1 लैपटॉप और 14 सेशन अपराध के कपड़े और बाकी सामान मिलाकर कुल 4 लाख 8 हजार 506 रुपए की धोखाधड़ी की है.
पुलिस उपायुक्त डॉ. प्रवीण मुंढे द्वारा दी गई जानकारी अनुसार जयवंत पाटिल और मनोहर नेतेकर दोनों सहकारनगर पुलिस स्टेशन के माल जब्त विभाग में काम किया करते थे. इन दोनों को अलका इंगले इस काम में सहयोग किया करती थी, जो अभी ट्रैफिक विभाग में कार्यरत है. पुलिस जांच के दौरान तीनों की मिलीभगत से धोखाधड़ी किए जाने की बात सामने आयी है. तीनों पुलिसवालों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. सहकारनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत विभिन्न अपराध में जब्त किए गए कैश, टूव्हीलर और मोबाइल का गबन किया. इस विभाग में ट्रांसफर आए दूसरे पुलिस कर्मचारी को हिसाब में कुछ गड़बड़ लगा और हिसाब में हेराफेरी की पूरी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी. जिसकी वजह से इस घटना का खुलासा हुआ है.