– हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए लूटनेवाले थे एक पेट्रोल पंप
– दो घंटे पहले मिली थी पुलिस को इस साजिश की जानकारी
– गिरफ्तार आरोपियों में शरद मोहोल गैंगस्टर के थे सदस्य
गुणवंती परस्ते
पुणे – पुणे के एक राष्ट्रवादी नेता की हत्या की साजिश करनेवाले गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या कराने के लिए फंड की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पेट्रोल पंप को लूटने की तैयारी करनेवाले गैंगस्टर सहित 9 लोगों को पुणे पुलिस ने धर दबोचा है. क्राइम ब्रांच युनिट 2 द्वारा उल्लेखनीय कारवाई करते हुए बड़ी साजिश को नाकाम करने में पुलिस कामयाब रही.
पंचायत समिती के उप सभापति की हत्या की साजिश रची जा चुकी थी, पर हत्या को अंजाम देने के लिए काफी मोटी रकम की आवश्यकता थी. मोटी रकम जमा करने के लिए गैंग ने पुणे के एक पेट्रोल पंप को लूटने का निशान बनाया. आरोपियों की यह साजिश को पूरी तरह पुलिस ने नाकाम कर दिया. पेट्रोल पंप लूटने के दो घंटे पहले ही पुलिस को उनके खबरी द्वारा पक्की जानकारी मिली थी कि 9 लोगों पुणे के हिंजवडी स्थित एक पेट्रोल पंप को लूटने के प्लान बना रहे हैं. खबर की पुष्टि होते ही पुलिस ने अपनी मजबूत टीम के साथ लूट की कोशिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया. पुलिस पूछताछ में यह बात सबसे चौंका देनेवाली थी कि इस लूट से प्राप्त होनेवाली राशि को हत्या के लिए इस्तेमाल किया जाने था.
पुणे पुलिस के क्राइम ब्रांच (युनिट 2) द्वारा यह सफल कारवाई की गई. पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 पिस्तौल, 1 रिवॉल्वर, 28 राऊंड, 5 कोयता ऐसे कुल हथियारों के साथ अपराध में इस्तेमाल किए जानेवाली दो कार और दो टूव्हीलर ऐसे कुल मिलाकर 12 लाख 26 हजार का माल बरामद किया गया है. इस मामले में उमेश रघुनाथ वाघुलकर (उम्र 38), योगेश भाऊ गुरव (उम्र 32), योगेश अंकुश वेताल (उम्र 23), विशाल नवनाथ वेताल (उम्र 23), विशाल आनंदा कलसकर (उम्र 19), चंद्रकांत दोरसिंग थापा (उम्र 35), फिरोज आयुब खान (उम्र 40), अन्वर हसन मुलाणी (उम्र 40) और आकाश प्रकाश रेणुसे (उम्र 22) को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस पूछताछ में हुआ मर्डर के प्लानिंग का खुलासा
इस गैंग का मकसद सिर्फ लूट तक सीमित नहीं था, लूट के पैसे से वो अपना गुजारा नहीं करनेवाले थे ब्लकि हत्या की साजिश जो पहले से रची जा चुकी थी, हत्या को अंजाम देने के लिए पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए पूरी डकैती का प्लान किया गया था. माण में रहनेवाले पंचायत समिती के उपसभापति पांडुरंग वझरकर का आरोपी उमेश वाघुलकर के साथ राजनीति को लेकर पहले से पुरानी रंजिश थी. इस पुरानी रंजिश का बदला उमेश वाघुलकर उपसभापति की हत्या करके लेना चाहता था. लेकिन इस मर्डर में साथ देनेवाले लोगों को हर एक आरोपी को दो लाख रूपए देना तय हुआ था. जिसके चलते पेट्रोल पंप लूटने का प्लान बनाया गया था. आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि अगर यह लूट सफल हो जाती तो उपसभापति की मौत निश्चित थी और उपसभापति जहां कहीं भी मिलता उसका मर्डर कर दिया जाता. पुलिस की सतर्कता की वजह से इस बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया.
दो घंटे पहले मिली थी पुलिस को जानकारी
पुणे के हिंजवडी माण रोड पर लक्ष्मी पेट्रोल पंप को कुछ लोगों द्वारा लूटने की जानकारी पुलिस को दो घंटे पहले मिली थी. क्राइम ब्रांच युनिट 2 के पुलिस निरीक्षक सतिश निकम और सहायक पुलिस निरीक्षक अन्सार शेख को उनके गुप्त सूत्रों द्वारा इस पूरे लूट की जानकारी मिली थी. पुलिस को जानकारी मिली थी कि 9 से 10 लोग हथियारों से लैस हिंजवडी में स्थित लक्ष्मी पेट्रोल पंप को रात 10.30 बजे के करीब लूटने की फिराक में है. खबर की पुष्टि होते ही पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों की कुल मिलाकर 21 पुलिसवालों की टीम ने इस कारवाई को अंजाम दिया. पेट्रोल पंप की रेकी कर चुकी गैंग को समय रहते पुलिस ने धर दबोचा.
यह उल्लेखनीय कारवाई अपर पुलिस (क्राइम) आयुक्त प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त सुधीर हिरेमठ, सहायक पुलिस आयुक्त सुरेश भोसले के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच युनिट 2 के पुलिस निरीक्षक सतीश निकम, सहायक पुलिस निरीक्षक अन्सार शेख, फिरौती विरोधी दल के सहायक पुलिस निरीक्षक विठ्ठल शेलार व अन्य पुलिस कर्मचारी शामिल थे.