गुणवंती परस्ते
पुणे – पुणे के कोथरूड परिसर में एक महिला ने अपनी बीमारी से तंग आकर बिल्डिंग के सातवे मंजिला से कूदकर अपनी जान दे दी. आत्महत्या से पहले महिला ने सुसाइड नोट में लिखा था कि अपनी बीमारी से परेशान होकर आत्महत्या कर रही है, उसकी मौत का कोई भी जिम्मेदार नहीं है. इस घटना से परिवारजनों में शोक की लहर फैल गई.
जोत्स्ना विठ्ठल ब्राम्हणकर (उम्र 52, नि. ऋतुरंग सोसायटी, डीपी रोड क्षेत्रीय कार्यालय के पास) आत्महत्या करनेवाली महिला का नाम है. इस मामले में कोथरूड पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जोत्स्ना ब्राम्हणकर गृहिणी थी. उनके पति मुंबई के एसबीआई बैंक में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत थे, कुछ सालों पहले ही रिटायर हुए थे. ज्योत्सना को मधुमेह और रीढ का प्राब्लम था. जिसका इलाज भी डॉक्टरों के पास से चल रहा था. अपनी बीमारी से ज्योत्स्ना काफी परेशान थी. गोली और दवाईयां खाने के बाद भी महिला खुद को स्वस्थ महसूस नहीं करती थी. जिससे परेशान होकर महिला ने अपने ही घर की गैलरी से कूदकर जान दे दी.
सोसायटी में काफी जोर से आवाज आयी थी, लोगों में अफरातफरी मच गई. लोगों ने आवाज सुनकर सोसायटी के नीचे भागकर देखा तो ज्योत्सना खून से लथपथ जमीन में गिरी हुई अवस्था में मिली. नागरिकों ने तुरंत पुलिस को इस बात की जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई. पति घर में सोए हुए थे तभी महिला ने घर की गैलरी से कूद गई. उनके पति को इस बात की खबर भी नहीं थी उनकी पत्नी ने गैलरी से कूदकर अपनी जान दे दी है. नागरिकों ने तुरंत उनके घर जाकर इस बात की जानकारी दी.
पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो मरने से पहले ज्योत्स्ना ने सुसाइड नोट लिखकर रखा था कि वह अपनी बीमारी से काफी परेशान है. अब बीमारी का बोझ और सहन नहीं कर सकती, इसलिए अपना जीवन समाप्त करने जा रही है. उनका पूरा परिवार सदमे में है.