पुणे – देश के विभिन्न राज्यों में सडके, नदी, जल एवं टनेल जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है. ऐसी परियोजनाओं पर सरकार लाखो करोड रूपए का निवेश कर रही हैै. इसलिए परियोजनाओं को सफल बनाने के लिए के भविष्य में सबसर्फेस इंजीनियर्स जैसे गुणवत्तापूर्ण तथा कुशल इंजीनियर्स की मांग बढती जाएगी. एेसे विचार केंद्रीय नितीन गडकरी ने व्यक्त किए. डॉ. विश्वनाथ कराड एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी की ओर से शुरू किए गए ‘एमआइटी डब्ल्यूपीयू स्कूल ऑफ सबसर्फेस इंजीनियर्स’ के उद्घाटन मौके पर बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता एमआइटी वर्ल्ड पीस युनिवर्सिटी के कार्याध्यक्ष प्रा. राहुल विश्वनाथ कराड ने निभाई.
नितिन गडकरी ने कहा,“कश्मिर, मेघालय, त्रीपूरा में २० बडी परियोजनांए चलेगी. जिससे ऐसी परियोजनाओं को पूर्ण करने क्षेत्र के इंजीनियर्स की मांग आए दिन बढती जाएगी. सागरमाला परियोजना के लिए १६ लाख करोड रूपए का निवेश किया जाएगा. सडक एवं जल पर ४ लाख करोड रूपए खर्च होंगे. साथ ही करोडो रूपए खर्च कर मुंबई स्थित जेएनपीटी का विकास होगा, जिससे भविष्य में लगभग सवा लाखा युवाओं को रोजगार मिलेगा.”
“देश का जिस तरह तेजी से शहरीकरण हो रहा है उसके लिए मजबूत बुनियादी ढांचे की जरूरत होती है. देश में नई प्रौद्योगिकियों के आविर्भाव को देखा है, जो बुनियादी ढांचे के मुद्दों को एड्रेस कर रही है. सबसर्फेस एक ऐसा क्षेत्र है जो केवल बुनियादी ढांचे के मुद्दों को आसान बनाने में मदद करेगा. एमआइटी डब्ल्यूपीयू ने भविष्य की जरूरत को महसूस कर इस पाठ्यक्रम को शुरू किया है.”
प्रा.राहुल विश्वनाथ कराड ने कहा, मूलभूत सुविधाएं और यातायात एवं हाइड्रो पावर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नागरी परियोजनाओं के मामले में भारत तेजी से उन्नती कर रहा है. इस क्षेत्र में कुशल लोगों की काफी जरूरत होगी, उसी को भापते हुए डब्ल्यूपीयू ने सबसर्फेस इंजीनियरींग जैसे पाठ्यक्रम को शुरू करते हुए रोजगार के नए अवसर मुहैया करा रहे है. अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्र जैसे यह पाठ्यक्रम है.
प्रा. पी.डी. खांडेकर ने कहा, यह देश का एकमात्र ऐसे पाठ्यक्रम है जो छात्रों को तीन माह का स्नातकोत्तर सर्टिफिकेट उपलब्ध कराया है. इस विषय में एमटेक पाठ्यक्रम और पीएचडी भी कर सकेंगे. इसके लिए छात्र ऑनलाइन एवं ऑफलाइन आवेदन कर सकते है. पाठ्यक्रम में प्रैक्टिकल एवं थेरॉटिकल का मिश्रण है. कामकाज की जगह पर इसका लाभ छात्रों को होगा.
इस मौके पर न्यूटन इलेक्ट्रानिक सिस्टम प्रा.लि के नानिक रूपानी, रविन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी संचालक विजय कारिया, महामेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि.के सलाहकार शशीकांत लिमये, हार्नेस इरटल, एफसीओएनएसके कार्यकारी उपाध्यक्ष सतिश परेतकर, पीईएमएसचे समूह के संचालक एम.आर मूर्ति, एनसीसी लि. के संचालक आलूरी नारायण राजू अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
साथ ही एमआइटी डब्ल्यूपीयू स्कूल ऑफ सबसर्फेस इंजीनियर्स के आमंत्रक प्रा. पी.डी.खांडेकर, प्रा.डॉ.एल.के.क्षीरसागर तथा प्रा. आर.वी.पुजेरी उपस्थित थे.
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन प्रा.गौतम बापट ने किया तथा एमआइटी डब्ल्यूपीयू के कुलसचिव प्रा.डी.पी. आपट ने आभार माना.