पुणे – कंजरभट समाज में वर्जिनिटी टेस्ट के विरोध में जनजागृति कर रहे युवक की समाज के कुछ लोगों द्वारा पिटाई करने की घटना सामने आयी है. कंजरभट समाज में एक प्रथा सदियों से चली आ रही है, जिसमें नई नवेली दुल्हन की शादी की पहली रात को वर्जिनिटी टेस्ट किया जाता है. यदि दुल्हन वर्जिन नहीं हुई तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाता है और समाज में रहने के लिए परिवारवालों जुर्माना भरना पड़ता है. इस दकियानुसी प्रथा को खत्म करने के लिए कुछ युवाओं द्वारा वॉटसअप पर स्टाप द वी रिचुअल नाम से ग्रुप बनाया है. वर्जिनिटी टेस्ट के खिलाफ कंजरभट समुदाय की शादी में जनजागृति उद्देश्य से कुछ युवक जनजागृति कर रहे थे, इस दौरान इन युवकों के साथ मारपीट किए जाने की घटना घटी और इस तरह जनजागृति नहीं करने की भी धमकी दी गई.
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी अनुसार प्रशांत इंद्रेकर (उम्र 25, निवासी येरवडा, पुणे) यह सनी मलके की बहन की शादी में गए थे. इस दौरान शादी में शामिल हुए रिश्तेदारों और सनी मलके द्वारा प्रशांत इंद्रेकर सहित दो युवकों की पिटाई की गई. साथ ही उन्हें डराया धमकाया गया कि वर्जिनिटी टेस्ट को लेकर जनजागृति न करें. इस मामले में पुलिस ने सनी मलके, विनायक मलके, अमोल भट, रोहित रावलकर, नेहुल तामचीकर सहित 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
शिकायतकर्ता अपने परिवार के साथ पिंपरी स्थित भाटनगर में शादी में शामिल होने आए थे. शिकायतकर्ता द्वारा वर्जिनिटी टेस्ट को लेकर जनजागृति की जा रही है, इसकी जानकारी संबंधित आरोपियों को थी, इस दौरान शिकायतकर्ता और आरोपियों के बीच वाद विवाद हुआ और शादी में ही पीड़ित युवक की पिटाई कर दी गई. वर्जिनिटी टेस्ट को लेकर जातपंचायत का कड़ा विरोध है, जिसके तहत समाज की परंपरा के विरोध का गुस्सा सामाजिक लोगों पहले से था, इसलिए शादी समारोह में युवक की पिटाई कर दी गई.
क्या है वर्जिनिटी टेस्ट
कंजरभट समाज में एक प्रथा है जिसके तहत नई नवेली बहू की सुहागरात के समय वर्जिनिटी टेस्ट की प्रथा है. सुहागरात को सफेद कपड़े व चादर दी जाती है. पति-पत्नी में शारिरिक संबंध होने के बाद सुबह सफेद चादर की जांच की जाती है. अगर सफेद चादर में खून के दाग नहीं पाए गए तो दुल्हन को वर्जिन नहीं माना जाता है और शादी अमान्य मानते हुए दुल्हन के परिवारवालों को जुर्माना भरना पड़ता है.