पुणे – विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य पर डॉ. विश्वनाथ कराड एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवसिर्टी की ओर से आयोजित रन फॉर पीस एंड डेमॉक्रसी ने सारे विश्व को शांति का संदेश दिया. रैली से डब्ल्यूपीयू के स्टॉफ के साथ हजारो विद्यार्थी और पुणे निवासियों ने बढचढकर हिस्सा लिया था. शहर के अलग-अलग चार जगहों से निकाली गई रैली ऐतिहासिक वास्तू शनिवारवाडा में पहुंचकर यहां विश्वशांति के लिए प्रार्थना की.
बीएमसीसी मैदान, बाबुराव सणस मैदान, साधू वासवाणी मैदान और एग्री कल्चर ग्राउंड इन चार महत्वपूर्ण जगह से सुबह 6 बजे निकाली गई रैली शनिवारवाड पहुंची. एक दूसर का आदर, सम्मान एवं शांति की भावना के उद्देश्य से निकाली गई रैली में विद्यार्थीयों के हाथों शांति के संदेश के बॅनेरथे.
शनिवारवाडा इकठ्ठा हुए हजारो छात्रों को संदेश देते हुए एमआइटी वर्ल्डपीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष प्रा.डॉ.विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, बढते आतंकवाद से अशांति का महौल निर्माण हुआ है. इसी पार्श्वभूमि पर छात्रों ने निकाली रैली ने समाज को शांति का संदेश दिया. जो मानवकल्याण के लिए महत्वपूर्ण है. भविष्य में भारत विश्व को सुख, समाधान एवं शांति की राह दिखाऐंगे.
एमआइटी डब्ल्यूपीयूके कार्यकारी अध्यक्ष प्रा. राहुल वि. कराड ने कहा, 1981 में युनोने विश्व शांति का नारा दिया था. उसे वैश्विक शांतता दिन के उपलक्ष्य पर रन फॉर पीस एंड डेमोक्रसी का आयोजन कर डब्ल्यूपीयू ने दुनिया को शांति का संदेश दिया. 2 लाख विद्यार्थी एवं जनता के सहयोग से अगले वर्ष शांति के लिए सबसे बडी मैरेथॉन निकालेंगे.
भूमाता चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. बुधाजीराव मुलीक, महाराष्ट्र स्टेट प्रिन्सीपॉल फेडरेशन के पूर्वाध्यक्ष प्रा. नंदकुमार निकम, सहयोग ट्रस्ट के अध्यक्ष एड. असिम सरोदे, प्रकृति पोतदार, दलित पैंथर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बापूसाहब भोसले, एकोल सोलिटर के संस्थापक अध्यक्ष मिनोचेर पटेल, गोखले इन्स्टीट्यूट के प्रा. डॉ. नरेश बोडखे, शारदा ज्ञानपीठम के अध्यक्ष पं.वसंतराव गाडगील, पुणे मनपा के सहआयुक्त गणेश सोनवणे, पूर्णवाद यूवा फोरम के पूर्वाध्यक्ष लक्ष्मीकांत पारनेरकर, सत्य वेध प्रतिष्ठान के अध्यक्ष कैलास भिंगारे,नातू विचार मंच के अध्यक्ष रवी नातू, वरिष्ठ साहित्यिक प्रा. रतनलाल सोनग्रा, सोसे अर्थमुवर्स प्रा.लि.के. संचालक मिलिंद सोसे, शिव संग्राम के अध्यक्ष महेंद्र कडू, सा वा नी सूर संगीत के संस्थापक सुरेंद्र मोहिते, एमआइटी के अधिष्ठाता प्रा. शरदचंद्र दराडे-पाटिल, नागपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ.एस.एन.पठाण, आदित्य झुणझुणवाला और प्रा. जयश्री फडणवीस प्रमुखता से उपस्थित थे. उन्होंने छात्रों को संदेश देते हुए शांति का महत्व, स्वास्थ्य, पीस यानी खुशी, डेमॉक्रसी के लिए शांति का महत्व एवं वैश्विक बाजार में वृक्षारोपण जैसे विषयों पर विचार रखे.
कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रा.डी.पी.आपटे ने रखी. सूत्रसंचालन प्रा. गौतम बापट ने किया.