गुणवंती परस्ते
पुणे – हाजी अली ट्रस्ट के खिलाफ समुद्र में प्रदूषण फैलाने के आरोप में एनजीटी में केस दाखिल किया गया. जिसकी सुनवायी में एनजीटी ने ट्रस्ट को कड़ी फटकार लगाते हुए साफ सफाई पर गंभीरता से ध्यान देने के आदेश दिए हैं. धार्मिक स्थान और वहां का परिसर साफ और सुंदर होना चाहिए, ऐसा कहकर पुणे के एनजीटी ने हाजरी अली ट्रस्ट को नोटीस दिया है. हाजी अली दर्गा से छोड़ा जानेवाला गंदा पानी समुद्र को प्रदूषित कर रहा है, ऐसा एनजीटी द्वारा हाजी अली ट्रस्ट को नोटिस दिया गया है. साथ ही यह भी हिदायत दी है कि आसपास का परिसर प्रदूषणरहित और स्वच्छ, सुंदर कैसे रखें, इस पर गंभीरता से ध्यान देने के आदेश दिए गए हैं.
मुस्लिम समाज सहित हजारों पर्यटक रोजाना हाजी अली दर्गा में आते हैं. लेकिन हाजी अली दर्गा में रोजाना आनेवाले लोगों की स्वास्थय की दृष्टि से स्वच्छता की तरफ ट्रस्ट की अनदेखी साफ नजर आती है. हफ्ते में दर्गा से 20 हजार लीटर गंदा पानी समुद्र में छोड़ा जाता है. जिससे समुद्र का पानी प्रदूषित हो रहा है. दर्गा में चढ़ावे के रूपमें चढ़ाई जानेवाली चादर सहित पानी की बोतल भी समुद्र में फेंक दी जाती है. जिससे समुद्र दिन पर दिन प्रदूषित होता जा रहा है. इस बारे में एडवोकेट असीम सरोदे ने अस्वच्छता सहित समुद्र को प्रदूषित करने के आरोप में हाजी अली दर्गा ट्रस्ट के खिलाफ एनजीटी में याचिका दाखिल की थी. इस याचिका की सुनवायी के दौरान एनजीटी ने मुंबई महानगरपालिका सहित राज्य सरकार को भी कड़ी फटकार लगायी है. इस संबंध में आगे की सुनवायी 5 मार्च को की जाएगी.