सांगली – महाराष्ट्र के सांगली जिले में अंधश्रद्धा के चलते एक 50 वर्षीय पुरुष की बलि देने की घटना सामने आयी है, इस घटना से परिसर में सनसनी फैल गई है. शिराला तहसील के शिरसी-शिवरवाडी रोड पर चक्रभैरवनाथ मंदिर के गर्भ में 50 वर्षीय पुरुष की लाश शनिवार की सुबह मिली. खून से लथपथ लाश को स्थानिक नागरिकों ने देखा. सिर के पीछे तेज धार हथियार से वार करके हत्या करने की बात स्पष्ट हुई है. लाश के पास से नींबू, हल्दी-कुमकुम व पिन बरामद हुई हैं, पुलिस द्वारा नरबलि की संभावनाएं व्यक्त की जा रही है.
पुलिस द्वारा दी गई जानाकारी अनुसार शिरसी-शिवरवाडी रोड पर ढाई किमी की दूरी पर एक पहाड़ में चक्रभैरवनाथ का मंदिर है. यह परिसर काफी सुनसान है. पिछले कुछ महीनों से इस मंदिर में मरम्मत का कार्य चल रहा है. शनिवार की सुबह 9 बजे के करीब मजदूर मंदिर में काम के लिए आए, तभी मजदूरों को मंदिर के गर्भ के पास एक अनजान व्यक्ति की लाश खून से लथपथ दिखाई दी. इस बात की जानकारी मजदूरों ने तुरंत गांव के निवासियों को दी.
मंदिर में हत्या होने की खबर आग की तरह फैली गई और मंदिर में लाश को देखने के लिए काफी भीड़ जमा हो गई थी. लाश के पास से नींबू, हल्दी-कुमकुम, पिन और पूजा का साम्रगी पाया गया. साथ ही एक थैली भी बरामद हुई, जिसमें पूजा का सामान था. शाम के बाद मंदिर में कोई भी नहीं जाता है, इसी बात का फायदा उठाकर हमलावरों ने नरबलि के उद्देश्य से यह हत्या की है. मृतक की अबतक पहचान नहीं हो पायी है. पंचनामा करके लाश को पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल भेज दिया गया है. गांव में यह चर्चा काफी जोरों पर है कि शुक्रवार की दोपहर साढ़ेतीन बजे के करीब से अमावस्या शुरु हो गई थी और शनिवार की शाम साढ़ेपांच बजे के करीब अमावस्या समाप्त हो गई. इसी वजह से अंधश्रद्धा के चलते चक्रभैरवनाथ मंदिर में यह बलि दी गई होगी. ऐसी चर्चा जोरों में चल रही है. इस घटना से मंदिर में आनेवाले भक्तों में भय का माहौल देखा जा सकता है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.