पुणे – दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण की वजह से बाहर के लोग अब दिल्ली में जाने से डरते हैं, आनेवाले समय में दिल्ली जैसी स्थिति मुंबई, पुणे, बंगलूरु और चेन्नई जैसे शहरों की होनेवाली है. ऐसी चिंता केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने व्यक्त की है. पुणे के सीआईआरटी में इथेनॉल एक इंधन कार्यशाला का आयोजन किया गया था. इस दौरान सड़क व परिवहन मंत्री नितीन गडकरी बोल रहे थे. कार्यशाला का उद्घाटन नितीन गडकरी द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गिरिश बापट, पिंपरी-चिंचवड नितीन कालजे, सांसद अनिल शिरोले, शिवाजीराव आढालराव पाटिल, अमर साबले, पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल, राजेश टोपे, पूर्व मंत्री अण्णासाहब पाटिल आदि मान्यवर उपस्थित थे.
ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है. जिसकी वजह से शहरों में ग्रामीण क्षेत्र के लिए रोजगार के लिए रुख कर रहे हैं. गांवों में रोजगार, अच्छे स्कूल और हॉस्पिटल नहीं होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र के लोग शहर में रहने के लिए आने लगे हैं. पहले ग्रामीण क्षेत्र में 80 प्रतिशत जनसंख्या थी, जो अब घट के 55 प्रतिशत हो गई है. जिसकी वजह से शहर की जनसंख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. साथ ही नितीन गडकरी ने कहा कि गोदावरी नदी का पानी कर्नाटक, तमिलनाडू में देत सकतें है, जिसमें महाराष्ट्र का कोई भी नुकसान नहीं होगा.