गुणवंती परस्ते
पुणे पुलिस आयुक्तालय में विकलांगों के लिए रैम्प और लिफ्ट नहीं होने की वजह से विकलांगों को पहला मंजिला और दूसरा मंजिला चढ़ने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। व्हील चेअर पर तीन लोग पुणे पुलिस कमीशनर रश्मी शुक्ला से मिलने के लिए पुलिस आयुक्तालय में आए थे, लेकिन रैम्प और लिफ्ट की व्यवस्था नहीं होने की वजह से तीनों विकलांगों को दूसरों की मदद से पहले मंजिला में जाने के लिए सहारा लेना पड़ा। वो पुणे पुलिस कमिशनर से कोई शिकायत लेकर नहीं आए थे, वो यह गुहार लेकर आए थे कि हम जैसे विकलांग अगर पुलिस कमीशनर से मिलना चाहता हो तो पुलिस आयुक्तालय की सीढ़ियां चढ़ना उनके लिए काफी मुश्किल है, विकलांगों के लिए रैम्प और लिफ्ट की व्यवस्था होती तो उन्हें इतनी कड़ी मशक्कत करके ऊपर नहीं आना पड़ता।
आकाश कुंभार ने कहा कि हम पुणे पुलिस आयुक्तालय में पुलिस कमीशनर रश्मी शुक्ला को निवेदन पत्र देने आए थे कि हम जैसे और भी लोग हैं, जो आपसे मिलना चाहते हैं लेकिन रैम्प और लिफ्ट की व्यवस्था नहीं होने की वजह से बाकियों को खाली हाथ ही लौट जाना पड़ता है, हमारी बस यही गुजारिश है कि कानून तहत हर सरकारी कार्यालय में विकलांगों के लिए लिफ्ट और रैम्प की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि विकलांगों को आने जाने में कोई तकलीफ नहीं हो सकी। रैम्प और लिफ्ट नहीं होने की वजह से हमें न चाहकर भी चार लोगों की मदद लेने पड़ी। कानून की रक्षा करनेवालों को खुद नियमों का पालन करते हुए इस आयुक्तालय में रैम्प और लिफ्ट बनाने की व्यवस्था करनी चाहिए। दिव्यांग कानून के तहत और प्रधानमंत्री के सुगम्या योजना के तहत रैम्प और लिफ्ट होना जरूरी है।
प्रहार अपंग क्रांति आंदोलन के रफिक शेख ने बताया कि हम मैडम से मिलने आए थे, हम लोग मैडम से मिलने आए हैं, ऐसा संदेश मैडम को मिलने के बाद उन्होंने संदेश भिजवाया था कि मैं खुद आप सबसे नीचे मिलने आती हूं, लेकिन हमारी ही जिद्द थी कि हमारे लिए पुलिस कमिश्नर क्यों नीचे मिलने आए, इसलिए हम सब लोगों की मदद से पहले मंजिल पर उनसे मिलने के लिए पहुंच गए। हम यह अनुरोध करने आए थे कि विकलांगों के लिए यहां पर कोई भी रैम्प और लिफ्ट नहीं होने की वजह से पुलिस आयुक्तालय में आने में काफी दिक्कत होती है। हमारी समस्या पर ध्यान देते हुए निवारण करने का पत्र पुलिस कमिश्नर रश्मी शुक्ला को दिया गया।
रश्मी शुक्ला ने सभी को आश्वासन दिया कि वो इस संबंध में पीडब्लयूडी को पत्र लिखेंगे, पूरी कोशिश करेंगे की दिव्यांग लोगों की समस्या का निवारण हो। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं आप सबसे मिलने ग्राऊंड फ्लोर पर आ ही रही थी, आप लोगों ने क्यों तकलीफ की।