गुणवंती परस्ते
पुणे – पुणे में एक 11 साल की बच्ची को एड्स हुआ, इस बात की भनक पिता को भी नहीं थी, लेकिन जब बच्ची को तकलीफ हुई तो हॉस्पिटल में भरती के दौरान सामने आया घिनौना सच की चार साल पहले शारिरिक शोषण किए जाने की घटना सामने आयी. इस बात का पता चलते ही बच्ची के पिता हैरान रह गया और सबसे ज्यादा इस बात से पिता हैरान था कि बच्ची के साथ हो रहे शारिरिक शोषण की जानकारी मां को पता होने के बावजूद मां ने बच्ची को ही शांत रहने के लिए कहा, हमारे रिश्तेदार हैं जाने दे, किसी को यह बात नहीं बताना. हॉस्पिटल में बच्ची को एडमिट कराने के बाद बीमारी का पता चलते ही इस बात का खुलासा डॉक्टरों को हुआ और इस बात की शिकायत पुणे के भारती पुलिस स्टेशन में कराई गई. पुलिस ने शिकायत के तुरंत बाद दो नाबालिग लड़कों को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
बच्ची के पिता ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार बच्ची की तबीयत काफी खराब थी. उसको किडनी में तकलीफ और हाथ, पेट में सूजन होने की वजह से काफी कमजोरी महसूस हो रही थी. बच्ची की हालत देखकर माता पिता ने तुरंत ससून हॉस्पिटल में एडमिट कराया. डॉक्टरों ने बच्चों की पूरी तरह से मेडिकल जांच की. मेडिकल जांच में बच्ची एड्स बीमारी की शिकार पायी गई. डॉक्टरों ने बच्ची के माता पिता से इस बारे में संपर्क करते हुए बताया कि आप की बच्ची को एड्स है. साथ ही माता पिता को एड्स है क्या? यह भी सवाल किए. पर माता पिता ने डॉक्टरों को बताया कि हम दोनों में से किसी को भी एड्स नहीं है और हमारे परिवार में से भी किसी को एड्स नहीं है. डॉक्टरों को थोड़ा संदेह हुआ कि शायद बच्ची के साथ कुछ गलत हुआ होगा, बच्ची के माता पिता को जानकारी नहीं है. डॉक्टर ने बच्ची को विश्वास में लेते बीते समय में कोई भी गलत हादसा होने के बारे में पूछताछ की. तब बच्ची ने डॉक्टर को सब बता दिया कि चार साल पहले उसके साथ दो लोगों ने शारिरिक शोषण किया था. डॉक्टरों को जब यह बात पता चली उन्होंने तुरंत इस बात की जानकारी बच्ची के माता पिता और पुलिस को दी.
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को ध्यान देते हुए बच्ची द्वारा बताए गए दो नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार कर लिया. बच्ची ने पुलिस द्वारा पूछताछ में बताया कि चार साल पहले हमारे रिश्तेदार के दो बच्चे हमारे घर पानी पीने के बहाने बार बार घर आते थे और मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करते थे. मेरे प्राइवेट पार्ट में हाथ लगाते थे, मैं इस बात का विरोध करती तो मुझे जान से मारने की धमकी दिया करते थे. घर पर मां और पापा काम के सिलसिले में बाहर जाते थे और भाई-बहन स्कूल जाया करते थे. जिस दिन मेरी तबीयत ठीक नहीं होती तो वो घर में किसी भी बहाने से आते और मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करते थे. इस बात की शिकायत मैंने मेरी मां से भी की थी लेकिन मां ने यह कहकर चुप करा दिया जाने दे वो हमारे रिश्तेदार हैं, यह बात किसी को मत बताना. समाज में बदनामी होने के डर से मां ने बच्ची को चुप रहने के लिए कहा. लेकिन जब एक साल पहले दूसरी जगह रहने के लिए शिफ्ट हुए तब बच्ची का शारिरिक शोषण कहीं जाकर थमा. पर अभी तक यह साबित नहीं हो पाया है कि बच्ची को एड्स किस वजह से हुआ है. डॉक्टर पूरी जांच कर रहे हैं कि आखिर यह एड्स बच्ची तक कैसा फैला. क्योंकि माता पिता का मेडिकल जांच के दौरान माता पिता को एड्स नहीं होने की रिपोर्ट सामने आयी है. एड्स एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है, पर इस बीमारी के जांच के दौरान बच्ची के साथ हो रहे दुष्कर्म की जानकारी बाहर आयी.