औरंगाबाद – महाराष्ट्र के मराठवाडा क्षेत्र में 8 दिनों में अबतक करीबन 34 किसानों द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी सामने आयी है. जनवरी 2017 से 15 अगस्त 2017 तक मराठवाडा में कुल 580 किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने की धक्कादायक बात सामने आयी है. बीड जिले में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या करन की घटना घटी है.
विभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा किसानों द्वारा आत्महत्या किए गए आंकडों की जानकारी दी गई है. मराठवाडा में कुल 8 जिले हैं, प्रत्येक दिन में 4 किसानों द्वारा आत्महत्या करने की घटना घट रही हैं. प्रत्येक किसानों के आत्महत्या करने का कारण अस्पष्ट है. जनवरी से अगस्त 2017 तक अब तक पूरे मराठवाडा में 580 किसानों ने अपनी जिंदगी समाप्त कर दी है. बीड जिले में सबसे अब तक सबसे ज्यादा 107 किसानों ने आत्महत्या की है.
अब तक 31 लाख किसानों ने फसल बीमा निकाला है. बारिश के अभाव के चलते मराठवाडा और विदर्भ में फसलों की स्थिती काफी खराब है. जुलाई में 355 में से करीबन 223 तहसीलों में 75 प्रतिशत भी बारिश नहीं हुई है, जिससे किसानों की हालत काफी खराब है. विदर्भ के अनेक जिलों सहित जालना, लातूर, नांदेड, उस्मानाबाद जैसे भागों में बारिश की सबसे ज्यादा जरूरत है. आने वाले हफ्ते में भी मराठवाडा सहित बाकी भागों में बारिश नहीं हुई तो किसानों की हालात और भी खस्ता होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.