गुणवंती परस्ते
पुणे – गणेश चतुर्थी के दिन पुणे में सुबह से रौनक नजर आयी. सभी गणेश भक्त अपने बाप्पा को घर में विराजमान कराने और पूजा कराने में व्यस्त नजर आए. गणेश की मूर्ति अपने घर लाने के लिए भक्तों की सुबह से अच्छी भीड़ नजर आयी. गणेश भगवान को अपने घर ले जाने के लिए गुरूवार शाम से काफी चहल पहल थी. गुरूवार शाम से ही गणेश भक्त अपने अपने गणपति घर ले जा रहे थे, सुबह सुबह पूजा के लिए पहले से पुरोहितों को बुक किया जा चुका होता है, जिसकी वजह से लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से अपने घर में समय गणपति लेकर आ चुके थे. पर बहुत से भक्तगण शुक्रवार सुबह से गणेश की मूर्ति ले गए थे.
परिवार की सदस्य में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था. बच्चे गणपति बाप्पा मोरया बोलकर गणपति को अपने घर ले जा रहे थे. गणपति को घर ले जाते समय सभी बच्चों और बड़ों के चेहरे पर श्रद्धा के भाव साफ झलक रहे थे. पुणे शहर के हर कोने कोने से गणपति बाप्पा की जय जयकार सुनाई दे रही थी. आज सुबह से सभी घर के सदस्य पूजा की तैयारी में जुटे नजर आए. पूजा के लिए घर में प्रसाद के रूप में मोदक बनाते हुए महिलाएं किचन में काफी बिजी नजर आयी. मोदक हमेशा से गणपति का पसंदीदा रहा है, इसलिए भक्तगण गणपति को खास मोदक ही प्रसाद के रूप में चढाए जाते हैं. पुणे में घर घर में गणपति को अपने घर विराजमान करने के लिए काफी उत्साह नजर आया. गणेश चतुर्थी के अवसर पर मूहूर्त को ध्यान में रखते हुए सभी ने अपने घरों में गणपति का स्वागत करते हुए, गणेश जी प्रतिस्थापना की.