– पुणे ग्रामीण पुलिस की लेडी सिंघम ने गिरोह को पकड़ने में निभाया अहम भूमिका
गुणवंती परस्ते
लोनावला – सिगरेट के पैकिट से भरा कंटेनर को लूटकर ले जानेवाले गिरोह को तृतीयपंथियों की दुआ रास नहीं आयी, शायद तृतीयपंथियों की दुआ में इतनी ताकत थी कि गलत काम करनेवालों को पुलिस के हत्थे चढ़ना पड़ा. पुणे के लोनावला के नजदीक सिगरेट के पैकिट से भरे कंटेनर को हाइजैक करके पुणे से नासिक के दौरान ले जाते समय एक जकात नाका में तृतीयपंथियों को दुआ लेने के रूप में पैसे देने के लिए गिरोह ने कुछ समय के लिए अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी रोकी थी. यह पूरा दृश्य सीसीटीवी में कैमरे कैद हो गया और गिरोह की गाड़ी का नंबर ट्रैस करके इस बड़ी वारदात को अंजाम देनेवाले गिरोह पुलिस की गिरफ्त में आ गए.
पुणे ग्रामीण लोनावला पुलिस की बहादुर महिला पुलिस साधना पाटील (सहायक पुलिस निरीक्षक) ने अपने नेटवर्क और समझदारी के बलबूते पर एक करोड़ 87 लाख रूपए की सिगरेट लूटनेवाले गिरोह को पकड़ने में काफी अहम भूमिका निभायी है. लोनावला पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत एक कंटनेर को हाइजैक करके 8 से 10 लोगों द्वारा लूट लिया गया था. पुणे ग्रामीण पुलिस ने उल्लेखनीय कारवाई करते हुए बड़े गिरोह को गिरफ्तार करने में काफी बड़ी सफलता हासिल की है. इस मामले में पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और बाकी लोगों की खोज पुलिस कर रही है. यह गिरोह काफी शातिर गिरोह है,इससे पहले भी ऐसी काफी गंभीर वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. यह जानकारी पुणे ग्रामीण पुलिस के पुलिस अधिक्षक ने पत्रकार परिषद के दौरान दी. पुलिस ने इस मामले में एक करोड़ 11 लाख रुपए का माल जब्त किया है.
प्राप्त जानकारी अनुसार यह घटना 8 सितबंर 2017 के दौरान लोनावला के पास वरसोली टोल नाका के पास घटी थी. ड्राइवर को बंदी बनाकर इस गिरोह ने पूरे कंटेनर को लूट लिया था. कंटेनर में सिगरेट के876 बॉक्स थे. यह पूरा माल एक करोड 87 लाख रुपए का था. इस कंटेनर को लूटने के लिए तीन महीने पहले से गिरोह ने प्लानिंग की थी. यह कंटेनर माल लेकर कहां जाता है, किस रूट से जाता है, यह सारी गतिविधियों पर आरोपियों की नजर थी. इस वारदात में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध के काफी संघिन्न मामले भी दर्ज है. वारदात के दिन 8 से 10 लोग स्कॉर्पियों में आए और कंटेनर चला रहे ड्राइवर को गाड़ी रोकने को कहा. ड्राइवर के साथ कंटेनर पर कुछ लोग बैठे और उसको बंदी बनाकर कंटेनर नासिक की तरफ ले जाने को कहा. नासिक के पास सुनसान जगह पर कंटेनर रुकवाने के बाद ड्राइवर के हाथ पैर बांधकर, सुनसान जगह पर छोड़कर वहां से सभी आरोपी फरार हो गए. ड्राइवर ने किसी तरह से बचते बचाते नासिक के पास के पुलिस स्टेशन में जाकर इस घटना की जानकारी दी. नासिक पुलिस द्वारा इस घटना की जानकारी लोनावाला पुलिस को दी गई.
पुणे ग्रामीण पुलिस इस गिरोह को पकड़ने की तफ्तीश में जुट गयी. हर जकात नाका के सीसीटीवी फुटेज को पूरी तरह से निरिक्षण किया गया. एक सीसीटीवी फुटेज में तृतीयपंथियों को पैसे देते हुए गिरोह दिखायी दिया और सीसीटीवी फुटेज की मदद से गाड़ी का नंबर प्राप्त कर लिया गया और आरोपियों के चेहरे की पहचान कर ली गयी. पर यहां भी पुलिस की रहा आसान नहीं थी, क्योंकि जिस गाड़ी का इस्तेमाल चोरों ने लूट के लिए किया था, वह गाड़ी किराये पर ली गयी थी. गाड़ी के मालिक से इस बारे में पूछताछ की गयी तो यह गाड़ी किराये पर इस्तेमाल पर दिए जाने की बात सामने आयी और आरोपियों के घर का पत्ता और ठिकाना पुलिस ने ट्रेस करते हुए आरोपियों को धर दबोचा. इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया और बाकी 3 अबतक फरार हैं.
यह कारवाई पुणे ग्रामीण जिला अधिक्षक सुवेझ हक के मार्गदर्शन में लोनावला सहायक पुलिस निरिक्षक साधनापाटील, बालाजी गायकवाड, पुलिस हवलदार पी.एस.कांबले, एस.ए.सावंत, ए.सी.ठोसर, जे.ए.दीक्षित, एम.एम.ठोंबरे, वाय.एच.जगताप, एम.के.आबनावे, एस.एल. जाधवर, एच.वी. शिंदे, आर.एन.मुलाणी, एस.एम,वाडेकर और ए.आर.डेरे द्वारा की गई.