गुणवंती परस्ते
पुणे -भारत की सबसे तेज दौड़नेवाली बुजुर्ग महिला आज सभी युवाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई है. 101 साल की बुजुर्ग महिला से सभी युवाओं को सबक सीखना चाहिए कि जहां चाह है, वहीं राह है. भारतीय महिला ने दुनिया में सबसे तेज रनर का खिताब पाकर गोल्ड मैडल प्राप्त करनेवाली बुजुर्ग महिला मानकौर ने एक ही अलग ही उपलब्धि प्राप्त कर देश का नाम रोशन किया है. चंढीगढ़ की रहनेवाली मानकौर कैंसर के खिलाफ पुणे में आयोजित किए जानेवाले पिंकेथॉन नामक दौड़ में हिस्सा लेकर कैंसर के खिलाफ जनजागृति फैलाना चाहती है.
मानकौर के बारे में जितनी भी तारीफ की जाए कम ही है, उनके साहस के सामने उनकी उम्र भी शरमा जाए. विश्व मास्टर्स गेम्स में 100 मीटर की दौड़ में मानकौर ने गोल्ड मेडल प्राप्त कर भारत के नाम जीत का परचम लहराया है. इस वर्ष न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में आयोजित इस खेल में मानकौर ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर सात सेंकड और तेज रफ्तार से दौड़कर 1.14 मिनट का रिकॉर्ड बनाया. इससे पहले वैंकुंवर में अमेरिकन मास्टर्स गेम्स में 1 मिनट 20 सेंकड के 100 मीटर की दौड़ पूरी करके विश्व रिकॉर्ड बनाया था.
मानकौर के 80 वर्षीय बेटे गुरुदेव सिंह ने बताया कि मानकौर ने 93 की उम्र से दौड़ना शुरू किया था. साथ ही उन्होंने बताया कि मानकौर अपने खानपान और व्यायाम का खास ख्याल रखती हैं. 93 में दौड़ने की शुरूवात कर मानकौर ने एक नया इतिहास बनाया है. जल्द ही मानकौर का कनाडा के प्रधानमंत्री द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया जाएगा.
भारतीय महिलाओं को सशक्तीकरण करनेवाला कलर्सपिंकेथॉन नामक दौड़ जल्द ही पुणे में आयोजित किए जानेवाला है. इस संबंध में पुणे में पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था. यह दौड़ 26 नवंबर को पुणे के कल्याणीनगर के मुलिक ग्राऊंड से शुरू होगी. इस दौड़ में 3 किमी, 5 किमी, 10 किमी और 21 किमी में दौड़ने के लिए महिलाओं को शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा. पिंकेथॉन के संस्थापक मिलिंद सोमन यह जानकारी दी.
मुख्य दिन के पहले यह टीम कई अनोखे कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है जैसे कि कैंसर शेरो ट्रेक. शेरो कैंसर सर्वायर है और ऐसे प्रेरणादायी लोगों को सम्मानित करने के लिए यह कार्यक्रम है. इस ट्रेक से शुरू होकर यह कार्यक्रम कैंसर से बचे प्रेरणादायी लोगों को आई इनस्पायर पदक से सम्मानित करता है. पिंकेथॉन में 50 अंध लड़कियां विभिन्न श्रेणियों में दौड़ में सम्मिलित होगी. मुख्य दिन के लिए उन्हें तैयार करने के लिए, दृष्टीवाले धावकों की मदद और समन्वय के साथ अनूठे प्रशिक्षण सत्र तैयार किए गए है. मुख्य दिन के लिए प्रशिक्षण का अनुरोध करनेवाले पंजीकृत प्रतिभागियों हेतु पिंकेथॉन प्रेरणादायी भागीदार बजाज इलेक्ट्रिकल्स पुणे के विभिन्न भागों में विशेष प्रशिक्षण दौड़ आयोजित कर रहे है. वी वॉश प्लस 3 किमी में दौड़नेवाली अंध लड़कियों के स्क्वाड हेतु निवांत विजन की अंध लड़की अभया मुकुंद को शुभंकर के रूप में घोषित किया गया है. वी वॉश प्लस 3 किमी श्रेणी में 30 सुनने में अक्षम लड़कियां भी भाग लेगी. कैंसर पीड़ित मिताली उपाध्ये, को 5 किमी श्रेणी हेतु शुभंकर घोषित किया गया और रेड एफएम की आरजे श्रुति को टाटा साल्ट लाइट 10 किमी हेतु शुभंकर के रूप में घोषित किया गया. उन सबको पहले बिब प्रस्तुत किए गए. पिंकेथॉन के अद्वितीय उपक्रम के तहत कलर्सपिंकेथॉनपुणे 2017 प्रेरणादायी भागीदार बजाज इलेक्ट्रिकल्स की हर प्रतिभागी हमारे स्वास्थ्य सेवा साथी अपोलो अस्पताल से एक गायनॅक सलाह प्राप्त कर सकेगी और प्रतिभागी 45 वर्षों से अधिक है तो मुफ्त मैमोग्राम परामर्श प्राप्त कर सकेगी.