गुणवंती परस्ते
पुणे – क्राइम छोटा हो या बड़ा, अपराधी हमेशा सबूत छोड़ जाते हैं। हत्या किए व्यक्ति की लाश को सबूत मिटाने के उद्देश्य से डेढ़ दिन तक लाश के टुकड़ों को जलाकर अपने हाथ सेंकते रहने की सनसनी खुलासा हुआ है। 10 महीने पहले किए कत्ल के आरोपियों को पुणे पुलिस की अपराध शाखा युनिट 1 ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चाइनीज के होटल में शराब पीकर मुफ्त में खाना खाकर लोगों को डराने धमकाने से परेशान होकर विकी रमेश पोताण (उम्र 25) की इन पांचों ने मिलकर हत्या की थी. शराब पिलाकर और नशे में धुत्त विकी को बहुत ही क्रूरता के साथ हत्या कर दी गई थी. किसी को इस हत्या की भनक न लगे और विकी की लाश की शिनाख्त न हो पाए इसलिए पांचों आरोपियों ने मिलकर लाश के टुकड़े करके लाश को डेढ़ दिन तक जलाकर उसमें हाथ सेंकते रहे. लाश पूरी तरह से राख हो जाने के बाद हड्डियों को बोरी में भरके नाले में फेंक दिया गया था. यह जानकारी पुलिस उप आयुक्त (क्राइम) पंकज डहाणे ने पत्रकार परिषद में दी.
पुणे में एक जॉकी से किल्लर बने अपराधी को पकड़ने में पुणे पुलिस काफी सफल रही। पेट्रोल पंप में डकैती डालने का प्लान बना रहे गैंग की भनक पुलिस को लग गई थी। लेकिन इस डकैती की पूछ्ताछ में आरोपियों ने 10 महीने पहले किए खून का भी खुलासा किया। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विक्रम पिल्ले( उम्र 28), राजू नाईक (उम्र 34), संभू थापा (उम्र 20), फारूक शेख ( उम्र26) और शाहरुख शेख (उम्र 25) को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस को गोपनीय खबर मिली थी कि कुछ लोग पेट्रोल पंप पर डकैती डालने वाले हैं। छापा मारकर पुलिस ने इन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आर्थिक समस्या की वजह से डकैती का प्लान बनाया था। पर इन सभी आरोपियों को यह डकैती भारी पड़ी। 10 महीने पहले किए खून के राज से पर्दा उठ गया। पर पुलिस के लिए मृतक की लाश प्राप्त करना आसान नहीं था क्योंकि आरोपियों ने लाश को जलाकर हड्डियों नाले में फेंक देने की बात बताए थी। लाश न सही पर हड्डियों मिलना भी पुलिस को कोर्ट में सबूत के रूप में पेश करना बड़ा चैलेंज था। जब पुलिस घटनास्थल पर गई तो बोरी में बंधी हड्डियों नाले के पास झाड़ी में लटकी हुई मिली। हड्डियों द्वारा डीएनए की मदद से मृतक की पहचान हो सकी। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक शराब पीकर उनके चाइनीस स्टॉल पर आकर जबरन हफ्ता वसूली किया करता था। जिससे परेशान होकर पांचो ने मर्डर का प्लान बनाया।
इस हत्या का मास्टरमाइंड विक्रम पिल्ले चाइनीस खानों का स्टॉल लगता था। इसे पहले विक्रम मलेशिया और इंग्लैंड में जॉकी का काम कर चुका है। छठवीं पास विक्रम जॉकी की नौकरी के दौरान डेढ़ लाख रुपए महीना कमाता था। बुरे बर्ताव की वजह से उसे काम से निकल दिया गया था इसलिए वो भारत वापिस आकर चाइनीस खाने का बिजनेस करने लगा था। हफ्ता वसूली के नाम पर टॉर्चर से काफी परेशान था। इसलिए विकी पोताण की हत्या की थी। आरोपियों के पास से पुलिस ने एअर गन, चार कोयता, मास्क, रस्सी, मोबाइल ऐसा कुल मिलाकर 18 हजार 300 रुपए का माल जब्त किया है.
यह कारवाई अपर पुलिस आयुक्त प्रदीप देशपांडे, पुलिस उप आयुक्त (क्राइम) पंकज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त सुरेश भोसले, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम 1) समीर शेख के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक नितीन भोसले-पाटिल, सहायक पुलिस निरिक्षक धनंजय कापरे, पुलिस उप निरिक्षक हर्षल कदम, पुलिस सिपाही गजानन सोनुने, पुलिस हवालदार प्रकाश लोखंडे, पुलिस सिपाही प्रशांत गायकवाड, मोहन येलपले, सहायक पुलिस फौजदार, राजाराम सुर्वे, विजेसिंह वसावे, पुलिस हवालदार रिजवान जिनेडी, अशोक माने, उमेश काटे, राजू पवार, सुभाष पिंगले, इरफान मोमिन, श्रीकांत वाघवले, तुषार खडके, सचिन जाधव, इमरान शेख ने की है.