पुणे –
पुणे शहर से टूव्हीलर चुराकर ग्रामीण क्षेत्र में चोरी की गाड़ियां बेचनेवाली गैंग को पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुणे शहर से 35 टूव्हीलर चुराने के मामले में पुणे पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह कारवाई पुणे पुलिस के प्रॉपर्टी सेल (क्राइम ब्रांच) ने की है. पुलिस ने टूव्हीलर चोरी के मामले में मुख्य सूत्रधार सचिन बलीराम सालुंके, समाधान हनुमंत जाधव और मानसिंग मोहन सालुंके को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी पुलिस उपायुक्त (क्राइम) पंकज डहाणे ने प्रेस वार्ता में दी.
चोरी करने का आइडिया मुख्य आरोपी सचिन सालुंखे को उसके मैकेनिक दोस्त समाधान जाधव से मिला, आरोपी का दोस्त एक गैरेज में काम करता था, मैकेनिक दोस्त को टूव्हीलर के बारे में काफी जानकारी थी और तकनीक पता होने का फायदा उठाकर इतनी बड़ी चोरी को आरोपी अकेले ही अंजाम दिया करता था, चोरी की गाड़ियों को बेचने में उसके दो दोस्त उसकी मदद किया करते थे. इस मामले में पुलिस ने आरोपी के दोनों दोस्तों को भी गिरफ्तार किया है. सचिन बलीराम सालुंके इस केस का मुख्य आरोपी है, जो पिंपरी-चिंचवड में स्थित डी.वाय.पाटिल कॉलेज के पार्किंग एरिया से, वायसीएम हॉस्पिटल के पार्किंग परिसर से और सड़कों पर पार्क की जानेवाली गाड़ियों की चोरी करके यह आरोपी ग्रामीण क्षेत्र में यह गाड़ियों को ज्यादातर बेचा करता था. आरोपी अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्र में जाकर 5000 हजार रूपए में गाड़ियां बेच दिया करता था. इस मामले में पुलिस ने चोरी की गाड़ियां खरीदनेवालों 5 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है.
सचिन सालुंके पुणे में कटलरी की दुकान चलाता था, साप्ताहिक बाजार में सचिन सालुंके कटलरी की छोटी दुकान चलाता था. बाकी दिन ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में तीनों मिलकर दिनदहाडे पार्क की गई गाड़ियां चोरी किया करते थे. पुलिस को उनके खबरी द्वारा चोरी की गाड़ी बेचने की खबर मिली थी, पुलिस ने जाल बिछाकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों चोरों ने मिलकर बोरगांव (लातूर) में 29 गाड़िया, चाकण में 9 गाड़िया और एक शराबी को गाड़ी बेची थी. कुछ गाड़ियों को यह तीनों चोर ग्रामीण क्षेत्र में ट्रैवल की गाड़ियों की डिक्की में भरकर बेचने को ले जाया करते थे. आरोपियों के पास 10 लाख 17 हजार का माल जब्त किया गया है.
यह कारवाई अपराध शाखा के अप्पर पुलिस आयुक्त प्रदीप देशपांडे, पुलिस उपायुक्त पकंज डहाणे, सहायक पुलिस आयुक्त समीर शेख के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के प्रॉपर्टी सेल के पुलिस इंस्पेक्टर एस.वी. शिंदे, पुलिस कर्मचारी इजाज शिलेदार, दत्ता गरुड सुभाष कुंभार, अनिल उसुलकर, यशवंत खंदारे, झुंजुरके, अनिल शिंदे, तांबोली, सुधीर मनोलकर, संजय जगताप, संजय सुर्वे, अमोल भोसले, तुकाराम नाले, दिनेश भुजबल, संजय ढोले ने की है.